शहर की तरफ बढ़ रहे टिड्डी दल ने 20 किमी दूर बाेरानाडा के गांवाें में पड़ाव डाल दिया है। शुक्रवार काे लूणावास खारा, बजाड़ों की ढाणी, पटेलों की ढाणी, देवासियों की ढाणी, केरली नाड़ी के खेताें में भारी नुकसान पहुंचाया। टिड्डियां खेतों में खड़ी जीरा, रायड़ा, गेहूं, सरसों की फसलें चट कर गई। किसान दिनभर खेतों में ढोल-थाली बजाकर, आग जलाकर व दवा का छिड़काव कर टिड्डियों काे भगाने के प्रयास में जुटे रहे।
लूणावास खारा के उप सरपंच घेवरराम ने बताया कि जिला प्रशासन व कृषि विभाग की अाेर से काेई सरकारी सहायता नहीं मिली है। किशनसिंह सिसोदिया ने प्रभावित खेतों का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया। साथ ही लूणी विधायक महेंद्रसिंह विश्नोई से बात कर नुकसान की जानकारी दी।
विश्नोई ने नुकसान की रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजकर किसानों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। लूणी एसडीएम गोपाल परिहार, यूको बैंक झंवर शाखा प्रबंधक श्वेता सांखला को भी नुकसान की जानकारी दी। इधर, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बीअार चाैधरी ने भी शुक्रवार काे वैज्ञानिकाें व विशेषज्ञों की टीम के साथ भांडू गांव में प्रभावित क्षेत्र का दाैरा कर हालात की जानकारी ली।